गहरी सोच...

कभी आपने सोचा है की ये ज़िन्दगी आपकी किसी के सपने के एक हिस्सा है, जो भी हुआ, जो भी हो रहा है, जो भी होगा, आपके साथ या आपके ज़िन्दगी से जुड़े उन सब के साथ, ये सब किसी के सपने में हो रहा है । अगर वो ख़ुशमिज़ाजी सपना देख रहा है, तो आपकी ज़िन्दगी भी मजे में कट रही है, अगर नहीं, तो बदहाल चल रही है । मतलब किसी की नींद में आपने अपनी पूरी ज़िन्दगी गुज़ार ली, अच्छा बुरा सब होते देख लिया । किन्हीं लोगों की तारीफें की और बहुतों को जम कर कोसा । कभी लोगों को, कभी किस्मत को, और जब कुछ ना मिला तो भगवान तो हैं ही।दूसरों की खुशियों से जलन, द्वेष, वो झूठापन, तो बहुतों के लिए दरियादिली भी । सबकुछ हो रहा है, बहुत कुछ चीज़ों से शिकायतें भी है, असंतुष्टि भी, और बहुत चीज़ों से अद्भुत ख़ुशी भी ।
कभी सोचा है की जिसके सपने में तुम जी रहे हो, कभी उसकी नींद खुली तो इन तमाम चीज़ों का और तुम्हारा क्या अस्तित्व रह जायेगा ?

~ सजल सूरज

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