व्हाट्सप्प का ज़माना रे भइया...
पहले खाली फेसबुक था, जब भी किसी से चटियाने का मन किया तभी खोलते थे, या यहाँ वहां से कुछ बकवास उठा के कॉपी पेस्ट करते थे । जब जीवन में उससे थोड़ा शांति पाना चाहा तो कोई व्हाट्सप्प निकाल दिया, अरे भइया पहले एक फेसबुक कम लोड दे रहा था जीवन में जो इसको बना दिए, एक दो महीना तक शुरू में नहीं किये थे इनस्टॉल, काहे करें जब अपना Tata Docomo दिन का 500 SMS फ्री दे ही रहा है तो, किससे एतना बतियाना है जो । पर ऐसा है न की जब आपके आसपास की दुनिया एक सिरे से चल रही हो और आप उस झुण्ड में ना हो तो समाज आपको नज़रों से उतार देता है । तो लो भइया कर लिए इनस्टॉल, अब बताओ का बतियाओगे इसपे । एकाध हफ्ता सब हाय, हेलो, हाउ आर यू किये इसपे, एकदम भोरे भोरे गुड मॉर्निंग का मैसेज आ रहा है हर तरफ से, किसी के मैसेज में फूल पत्ती के साथ, तो किसी के वाले में भगवान के फोटो के साथ विश किया जा रहा है । जो लोग को भुला भी गए है उनका भी मैसेज आ रहा है, एक मिनट के लिए तो सोच में पड़ गए की कौन है ये भाईसाहब जो इतना प्यार दिखा रहे, फिर फोटो देखने के थोड़ा दिमाग में ज़ोर डालने के बाद याद आ आया की अरे ये तो वही है जो 3-4 महीन...